
कल का मौसम, 10 जून 2025: देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है. जहां एक ओर दक्षिण भारत के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया है और भारी बारिश की संभावना है, वहीं उत्तर और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में लू की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने आज, 10 जून के लिए कई इलाकों में चेतावनी जारी की है. केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश समेत दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है. खासतौर पर कर्नाटक में 12 से 15 जून के बीच बहुत भारी से अति भारी बारिश हो सकती है. आज, 10 जून को तमिलनाडु, पुडुचेरी, रायलसीमा और तेलंगाना में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है.
आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और तेलंगाना में 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है. कुछ जगहों पर आंधी-तूफान भी आ सकते हैं.
10 जून मौसम का पूर्वानुमान
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 9, 2025
कोंकण और गोवा में भी भारी बारिश की चेतावनी
कोंकण और गोवा में 13 से 15 जून के बीच मूसलधार बारिश की संभावना है. वहीं गोवा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में 12 से 14 जून तक बेहद भारी बारिश हो सकती है. इससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है.
उत्तर भारत में गर्मी का सितम जारी
उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले 4-5 दिनों तक लू चलने की संभावना है. खासतौर पर पश्चिमी राजस्थान में आज, 10 जून को भीषण लू पड़ सकती है.
दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में दिन के समय तेज धूप के साथ गर्म हवाएं चल सकती हैं. इसके साथ ही पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रातें भी गर्म रहने की संभावना है.
मध्य और पूर्वी भारत में भी बारिश के आसार
विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बिहार में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. आज, 10 जून को ओडिशा में कुछ जगहों पर तेज बारिश के साथ तूफानी हवाएं चल सकती हैं.
पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश जारी
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले 7 दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी. खासतौर पर मेघालय और दक्षिणी असम में 10 जून से 15 जून तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
आम लोगों के लिए सुझाव
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि जिन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है, वहां जलभराव और भूस्खलन जैसी समस्याओं से सतर्क रहें. वहीं, उत्तर भारत के लोग लू से बचाव के लिए दोपहर में बाहर निकलने से बचें, खूब पानी पिएं और हल्के कपड़े पहनें.