
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है. बुधवार को आया नगर में तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सफदरजंग में 43.8 डिग्री तक पहुंच गया. लगातार पांचवें दिन तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है. ऐसे में भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रेड अलर्ट जारी किया है, जो बताता है कि हालात बेहद गंभीर हैं. IMD द्वारा रेड अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है. ऐसे में बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है. हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे धूप में बाहर निकलने से बचें, पानी खूब पिएं और शरीर को ठंडा रखें.
उत्तर भारत में झुलसाने वाली गर्मी; जानें कब आएगा मानसून.
उत्तर भारत में भीषण गर्मी
IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है. गंगानगर (राजस्थान) में लगातार दूसरे दिन तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है, जो पश्चिमी भारत में गर्मी की भयावहता को दर्शाता है.
दक्षिण-पश्चिमी हवाओं ने बढ़ाई परेशानी
राजधानी में सुबह के समय हवा में नमी की मात्रा 39 प्रतिशत रही, लेकिन दक्षिण-पश्चिमी शुष्क हवाओं ने गर्मी को और असहनीय बना दिया. दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी 225 तक पहुंच गया है, जो "खराब" श्रेणी में आता है. ऐसे में धूप, धूल और प्रदूषण लोगों की सेहत पर तीनतरफा हमला कर रहे हैं.
कब मिलेगी राहत?
IMD के मुताबिक, 12 जून तक हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी. हालांकि, 13 जून की रात से पश्चिमी विक्षोभ के कारण हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट हो सकती है. 13 जून से दिल्ली-एनसीआर में ऑरेंज अलर्ट लागू होगा और 14 जून से धीरे-धीरे राहत मिलनी शुरू हो सकती है.
राजस्थान में भी हालात गंभीर
पश्चिमी राजस्थान के लिए 11 और 12 जून को रेड अलर्ट जारी किया गया है. 13 जून को ऑरेंज अलर्ट और पूर्वी राजस्थान में येलो अलर्ट लागू किया जाएगा. 15 से 16 जून के बीच संभावित आंधी-तूफान और बारिश के कारण तापमान में गिरावट आ सकती है.