
COVID-19: भारत में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी देखी जा रही है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, फिलहाल देश में सक्रिय मामलों की संख्या 4,026 तक पहुंच चुकी है. दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 47 नए मामले सामने आए हैं. केरल में सबसे ज्यादा 1,435 केस हैं, उसके बाद महाराष्ट्र में 506 और पश्चिम बंगाल में 330 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं. हालांकि हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन यह बढ़ोतरी सतर्क रहने का संकेत दे रही है.
बढ़ोत्तरी की वजह: JN.1 वेरिएंट
विशेषज्ञों के अनुसार, मामलों में यह तेजी ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट JN.1 के कारण हो रही है. यह वेरिएंट गंभीर नहीं माना जाता, लेकिन बहुत तेजी से फैलता है, जिससे लगातार संक्रमण के नए मामले सामने आ सकते हैं.
किन लक्षणों पर रखें नजर?
हालांकि लक्षण सामान्य तौर पर हल्के होते हैं, लेकिन लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
- बुखार
- थकावट या कमजोरी
- गले में खराश
- नाक बहना या बंद होना
- खांसी
- सिरदर्द
- कभी-कभी दस्त या पेट की तकलीफ
- जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है या पहले से कोई बीमारी है, उन्हें विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए.
हाइब्रिड इम्युनिटी: हमारी सबसे बड़ी ताकत
भारत में अब अधिकतर लोगों को हाइब्रिड इम्युनिटी प्राप्त हो चुकी है. यानी उन्हें वैक्सीन भी लगी है और वे पहले कभी संक्रमित भी हो चुके हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, “भले ही एंटीबॉडी कम हो जाएं, लेकिन शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली वायरस से लड़ने की याद रखती है, जिससे गंभीर बीमारी होने की संभावना कम हो जाती है.”
क्या नए बूस्टर की जरूरत है?
फिलहाल विशेषज्ञों का मानना है कि नई या वेरिएंट-विशिष्ट बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है. डॉ. अग्रवाल कहते हैं, “मौजूदा वैक्सीन अभी भी प्रभावी हैं और गंभीर संक्रमण से बचाव कर रही हैं.”
कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
- भीड़भाड़ वाली या बंद जगहों पर मास्क पहनें.
- बार-बार हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें.
- छींकते या खांसते समय मुंह-नाक ढकें.
- जुकाम जैसे लक्षणों वाले लोगों से दूरी बनाएं.
- अगर आप बीमार महसूस कर रहे हैं, तो घर पर रहें.
एक्सपर्ट्स का कहना है की, "चिंता की नहीं, जागरूकता की जरूरत है. छोटी-छोटी आदतें आपको और दूसरों को सुरक्षित रख सकती हैं." कोविड-19 की वापसी भले ही हल्की हो, लेकिन हमें यह याद दिलाती है कि सावधानी और जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है.